Gold Rate Today: 19 दिसंबर 2024 को सोने की कीमतों में एक महत्वपूर्ण गिरावट देखने को मिली है। यह गिरावट अमेरिकी फेडरल रिजर्व के एक बड़े निर्णय के कारण आई है। फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है, जिसका सीधा प्रभाव वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों पर पड़ा है। इस समय सोने की कीमत प्रति दस ग्राम 75,920 रुपये तक पहुंच गई है।
फेडरल रिजर्व का महत्वपूर्ण निर्णय
बुधवार की रात को फेडरल रिजर्व ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जिसमें ब्याज दरों में 0.25 प्रतिशत की कटौती का निर्णय लिया गया। यह निर्णय आने वाले वर्ष 2025 की योजनाओं का भी हिस्सा है। पहले जहां 2025 में चार बार इस तरह की कटौती की योजना थी, अब यह संख्या घटाकर दो कर दी गई है। यह निर्णय वैश्विक अर्थव्यवस्था पर गहरा प्रभाव डाल रहा है।
घरेलू बाजार पर प्रभाव
वर्तमान समय में घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में 733 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है। एमसीएक्स एक्सचेंज के अनुसार, 5 फरवरी 2025 की डिलीवरी के लिए सोने का भाव 75,920 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया है। यह गिरावट निवेशकों और खरीदारों के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।
चांदी के बाजार में उतार-चढ़ाव
सोने के साथ-साथ चांदी के बाजार में भी बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। 5 मार्च 2025 की डिलीवरी के लिए चांदी में 2,156 रुपये यानी 2.39 प्रतिशत की गिरावट आई है। इस गिरावट के बाद चांदी का मूल्य 88,224 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है। यह गिरावट बाजार में एक नई दिशा की ओर इशारा कर रही है।
दिल्ली के हाजिर बाजार का हाल
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हाजिर बाजार में भी सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया है। 18 दिसंबर को 24 कैरेट सोने की कीमत में 200 रुपये की गिरावट आई और यह 79,100 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 200 रुपये घटकर 78,700 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गई।
वैश्विक बाजार का परिदृश्य
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिले हैं। कमोडिटी मार्केट में सोने की कीमत में 13.60 डॉलर यानी 1.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है, जिससे कीमत 2,622.70 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई है। हालांकि, स्पॉट मार्केट में सोने की कीमत में 24.98 डॉलर यानी 0.97 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है।
भविष्य की संभावनाएं
वर्तमान बाजार की स्थिति को देखते हुए भविष्य की दिशा का अनुमान लगाना कठिन है। फेडरल रिजर्व के निर्णय और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के कारण सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है। निवेशकों और खरीदारों को सतर्क रहने की आवश्यकता है।
निवेशकों के लिए सुझाव
वर्तमान समय में सोने की कीमतों में आई गिरावट खरीदारों के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है। विशेष रूप से आभूषण खरीदने के इच्छुक लोगों के लिए यह समय फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि, बड़े निवेश से पहले बाजार की स्थिति का सूक्ष्म विश्लेषण करना आवश्यक है।
सोने की कीमतों में आई यह गिरावट अंतरराष्ट्रीय आर्थिक नीतियों का प्रत्यक्ष परिणाम है। फेडरल रिजर्व के निर्णय ने वैश्विक बाजार को प्रभावित किया है, जिसका असर भारतीय बाजार पर भी देखा जा रहा है। आने वाले समय में कीमतों में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं। निवेशकों और खरीदारों को बाजार की गतिविधियों पर नजर रखते हुए सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए।